वह ज्ञान की बातें हमारे जीवन में प्रेरणा लाती हैं।

॥ श्री गणेशाय नमः ॥
॥ श्री कमलापति नम: ॥
॥ श्री जानकीवल्लभो विजयते ॥
॥ श्री गुरूदेवाय नमः ॥

।मुख पृष्ठ।।ज्ञान की बातें।


चलो चले संस्कृति और संस्कार के साथ

आप से आग्रह है कृपया एक समय सुनिश्चित कर अपने बच्चों को भी सनातन संस्कृति और संस्कार के बिषय मे बिस्तार पूर्वक बताए। हमारी संस्कृति ही हमारी असली पहचान है। इसे कदापि न मिटने दें।
व्यवस्थापक:- मनीष कुमार चतुर्वेदी
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सर्वश्रेष्ठ ज्ञान की बातें
नमस्कार दोस्तों, कभी-कभी हम स्वयं या हमारे किसी सहायक मित्र या रिश्तेदार द्वारा कही गई बातें बड़े काम की होती है। उसे हमें बहुत शिक्षा मिलती है। वह बातें हमारे जीवन में प्रेरणा लाती हैं और अत्यधिक ज्ञानवर्धक होती हैं। लेकिन कुछ बातें ऐसी होती है जो हम कह तो देते हैं, मगर यह भूल जाते हैं कि सामने वाले को वह अच्छी लगती है या बुरी लगती है या उन बातों से उसके ऊपर कोई प्रभाव पड़ा। ऐसी ही कुछ बातें आज हम आपके लिए लेकर आए हैं। शायद आपको यह लेख पसंद आए।
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सनातन संस्कृति मे पौराणिक कथाओं के साथ-साथ मंत्र, आरती और पुजा-पाठ का विधि-विधान पूर्वक वर्णन किया गया है। यहाँ पढ़े:-

अपने शब्दों को सदैव निर्मल और पवित्र रखें क्योंकि संभव है की कल इन्हें आपको वापिस लेना पड़े।
इंसान दूसरों के लिए सदैव बुरा भला कहता रहता है परन्तु कभी ये नहीं सोचता है कि कहि हुई बाते आगे चलकर खुद को भी सुननी पड सकती हैं इसलिए अपनी बातों को सदैव सही रखें जिनसें किसी को किसी प्रकार का दुखः ना पहुँच पाये।
अपने लक्ष्य और उद्देश्यो को सदैव महान रखना, चाहे इनके लिए आपको काट़ो भरी डगर पर ही क्यों न चलना पड़ जाए।
इंसान को अपने उद्देश्यों और लक्ष्य को सदैव प्राथमिकता देनी चाहिए और पूरी लग्न के साथ उन्हें पूरा करने के लिए कार्य करना चाहिए। चाहे इसके लिए उसके रास्ते मे कुछ भी बाधाएं क्यों न आये फिर भी उन्हे अपने लक्ष्य की तरफ लगातार बढ़ने का प्रयास करना चाहिए ऐसा करने से एक दिन सफलता अवश्य मिलती हैं।
आपका कार्य जितना ही अच्छा होगा, उतना ही पहले असंभव नजर आएगा।
जब आप कोई नया कार्य करने के बिषय मे सोचते हैं या कार्य को प्रारंभ करते हैं तो एक बात याद रखना जो कार्य जितना अच्छा होता है वह पहले इतना ही ज्यादा कठिन प्रतित होता है इसलिए किसी भी कार्य को कठिन होने के कारण से छोडना नहीं चाहिए।
हजार शब्दों मे छोटी बातो को समझाने वाला ज्ञानी नही होता बल्कि बड़ी बातों को कुछ शब्दों मे कहने वाला सच्चा ज्ञानी है।
बहुत से लोग बडी-बडी बातें करते हैं अपनी बात को सही साबित करने के लिए सदैव बहस करते हैं और अपने आप को सबसे बडा ज्ञानी समझते हैं परन्तु सच मे वो एक मूर्ख के समान होते हैं क्योंकि ज्ञानी आदमी सदैव अपनी बातों को थोडे से शब्दों मे पूरा करते हैं वो किसी से बहस करने मे अपना समय नष्ट नहीं करते है इसलिए कम बोले मगर अपनी बातों को सदैव सोच समझकर ही कहें।
बिना अच्छे आचरण के ज्ञान इकट्ठा करना, किसी बोझ इकट्ठा करने के समान है।
कुछ लोग अपने आपको महाज्ञानी मानते हैं क्योंकि उनके पास किसी समस्या का समाधान करने के अनेको उपाय होते हैं परन्तु उनके सभ्यता और आचरण खराब होते हैं ऐसा होने से वे लोग ज्ञानी नही बल्कि कूडे-कचरे को अपने दिमाग में बसाये रखाने के समान है। इसलिए ज्ञानी होने के लिए पहले अपने आचरण को स्वच्छ बनाना अवश्यक है।
अगर आप अपनी गलती स्वयं पहचान लेते हैं तो समस्या का समाधान अपने आप मिल जाता हैं।
कुछ लोग गलती करने के बाद भी अपनी गलती मानने को तैयार नहीं होते और वह दूसरों को गलत साबित करने के बहाने सदैव ढूढंते रहते हैं परन्तु जीवन भर उलझे रहते हैं जबकि अगर अपनी गलती को पहचानने की कोशिश करें और उन्हें पहचाने तो समस्याओं का समाधान अपने आप हो जाता हैं इसलिए अगर आपसे कोई गलती होती है तो उसे नकारे नहीं बल्कि उसे स्वीकार करें ऐसा करने से आगे आप गलतियां करने से बच सकते हैं।
करोड़ों मुद्राये मिलकर भी आयु का एक क्षण नही खरीद सकती।
हमेशा इंसान पैसों के पीछे भागता रहता है और अपने जीवन के तमाम सुखो को खो देता है। उसे लगता है कि पैसा ही सब कुछ हैं अगर पैसा है, तो सब ठीक है, वरना बिना पैसे के कुछ भी नही है। मगर सच तो ये हैं कि पैसा केवल एक माध्यम हैं कुछ सुख-सुविधाएँ पाने का इसका मतलब ये कदापि नही कि जिसके पास पैसा हैं वो खुश होगा। अच्छे कर्म और अच्छे आचरण सदैव आपके सुख और दुख का बटबारा करते हैं अगर आपके अच्छे आचरण और अच्छे कर्म हैं तो आपके हिस्से मे स्वभाविक सुख होगा नही तो कितना भी पैसा हो वो आपको कदापि सुख नहीं दे सकता।
अत्यधिक समझदार और मूर्ख मनुष्य एक समान ही होते हैं क्योंकि ये दोनों ही किसी की कदापि नहीं सुनते।
कुछ लोग अपने आप को अत्यधिक समझदार समझते हैं और वो किसी की भी बातों को ना तो सुनते हैं और ना ही किसी की बातों को महत्व देते हैं। वो लोग वास्तव मे किसी मूर्ख के समान ही होते है क्योंकि मूर्ख आदमी भी किसी की कदापि नही सुनते हैं।
जिस कार्य के लिए आप जल्दी उठ जाओगे उस कार्य मे आपको सफलता अवश्य मिलेगी।
जब हम किसी भी काम को करने के लिए सो नही पाते या कहे कि उसके लिए हमें नींद नहीं आती और सुबह जल्दी उठ जाते हैं तो उस काम मे सफलता अवश्य मिलती हैं क्योंकि वह काम हमारे दिल और दिमाग मे बस जाता हैं और हमारे दिमाग में वही काम चलता रहता है।
सबसे अच्छा ज्ञानी वही व्यक्ति होता हैं जो अपनी कमियों को पहचान कर उनका सुधार कर सकें।
अगर सफलता पानी हैं तो अपनी कमियों को पहचानना आवश्यक होता है। क्योंकि जब तक आप अपनी कमियों को नही पहचानेंगे तो अपने अंदर सुधार कदापि नही कर सकते, इसलिए अपनी कमियों को जाने और उनको दूर करें ऐसा करने से आपको सफलता अवश्य मिलेगी।

जीवन की सच्ची बातें:
- आज की पहली पसंद:
- श्रीरामचरितमानस भावार्थ सहित- उत्तरकाण्ड- 101-130
- श्रीरामचरितमानस भावार्थ सहित- अयोध्याकाण्ड- 101-125
- श्रीरामचरितमानस भावार्थ सहित- बालकाण्ड- 201-225
- श्रीरामचरितमानस भावार्थ सहित- अयोध्याकाण्ड- 251-275
- श्रीरामचरितमानस भावार्थ सहित- अयोध्याकाण्ड- 301-326
- श्रीरामचरितमानस भावार्थ सहित- बालकाण्ड- 226-250
- श्रीरामचरितमानस भावार्थ सहित- अयोध्याकाण्ड- 126-150
अपने अन्दर की छोटी छोटी कमियों को सदैव ठीक करें क्योंकि एक छोटा सा छेद भी बडें से बडें जाहज को डुबा देता हैं।
कभी-कभी हम अपनी छोटी-छोटी कमियों को नजरअंदाज करते रहते हैं जो सही नही होता है क्योंकि छोटी-छोटी गलतियों के कारण ही आगे चलकर बडी-बडी समस्याये सामने आती हैं फिर उनका सामना करना कठिन हो जाता है इसलिए अपनी हर छोटी सी कमियों को जाने और उन्हें दूर करें।
समय का सदुपयोग करना ही सफल जीवन की पहचान है।
समय अत्यधिक अनमोल है इसे बर्बाद कदापि ना करें। क्योकि टूटे हुए पेड़ फिर से उग जाते हैं, गहरे घाव भी ठीक हो जाते, खोई हुई वस्तुएं भी मिल जाती हैं परन्तु जो समय बीत गया वो किसी भी कीमत पर वापिस नही लोट सकता हैं। इसलिए महत्वपूर्ण है कि अपने समय को अच्छे कार्य मे ही बीताए अन्यथा जो लोग अपने समय को व्यर्थ मे नष्ट करते हैं कुछ समय के बाद समय उन्हें नष्ट कर देता है।
परिवार सुन्दर मोती से बनी हुई एक माला हैं इसका एक भी मोती यदि निकल जाये तो इसकी सुन्दरता नष्ट हो जाती हैं।
अगर आपको सुख-शांति चाहिए तो अपने परिवार का हिस्सा बने रहो, क्योंकि परिवार ही एक ऐसी जगह हैं जहां आपको आपके सारे दोषों के साथ भी अपनाया जाता है। और कही भी आपके लिए ऐसी जगह नही मिल सकती, इसलिए अपने परिवार का महत्व जाने और अपने रिश्तों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध रहे।
जरूरत से ज्यादा ही चतुर बनना नासमझ लोगों की एक निशानी होती हैं।
बहुत से लोग हर परिस्थिति मे हमेशा चतुर बनने का प्रयास करते हैं मगर उनका ऐसा करना ही मूर्ख होने के बराबर हैं कभी-कभी ज्यादा चतुर बनना बहुत बडी समस्या उत्पन्न कर देता है जिससे बाहर निकलना अत्यधिक मुश्किल हो जाता हैं इसलिए हर समय चतुर बनने का प्रयास नहीं करना चाहिए, क्योंकि ऐसा करना ही एक नासमझ इंसान की निशानी होती हैं।

रिश्ते नाते स्टेटस:
धनवान वह होता है जिसके पास पैसों से ना खरीदी जाने वाली वस्तुएं होती हैं।
आजकल लोग केवल पैसों का होना ही धनवान होना समझते है परन्तु ऐसा नही हैं पैसों से बना धनवान केवल लोगों को दिखता है। परन्तु असली धनवान तो वो है जिसके पास पैसों से ना खरीदी जाने वाली चीजें हैं जैसे स्वास्थ्य, सुख, शांति, परिवार, लोगों का विश्वास इत्यादी।
हठ और भ्रम सदैव रिश्तों की जड़ों को कमजोर बना देती हैं। परन्तु रिश्ते बहुत नाजुक होते हैं इन्हें ह्रदय से निभाना चाहिए।
कई बार भ्रम और हठ को पकडे रखने से रिश्ते कमजोर हो जाते हैं या रिश्ते समाप्त ही हो जाते हैं रिश्तों मे सहज और सहनशीलता होना बेहद आवश्यक होता हैं। कोई भी बात या विवाद हो उसके बिषय मे पहले सच अवश्य जाने उसके बाद ही कोई बडा निर्णय ले क्योंकि रिश्ता विश्वास से ही चलते हैं और विश्वास एक बार समाप्त हो जाए तो दोबारा बना पाना अत्यधिक कठिन होता हैं।
अच्छा व्यवहार उस बहुमुल्य वस्तु को भी दिला सकता हैं जिसे पैसों से ना खरीदा जा सकें।
अच्छा व्यवहार वो गुण हैं जिसे बनाने मे कोई लागत नही आता परन्तु इसे बनाने मे सयंम रखना आवश्यक है। अच्छा व्यवहार वो उपहार है जो बहुत सी बहुमुल्य वस्तुओ को दिला देता है जिसे पैसों से खरीद पाना असम्भव है।

अनमोल ज्ञान की बातें:
अत्यधिक पढ़ा गया लेख: 8M+ Viewers
सनातन संस्कृति मे पौराणिक कथाओं के साथ-साथ मंत्र, आरती और पुजा-पाठ का विधि-विधान पूर्वक वर्णन किया गया है। यहाँ पढ़े:-
आप बिना किसी भी हिचकिचाहट के, हर पल जियो।
-एल्टन जॉन
जीवन एक साइकिल की सवारी करने जैसा है। जिसमें अपना संतुलन बनाये रखने के लिए आपको चलते ही रहना चाहिए।
– अल्बर्ट आइंस्टीन
जीवन वास्तव में बहुत सरल है, लेकिन लोग इसे कठिन बनाने पर जोर देते हैं।
– कन्फ्यूशियस
जीवन प्रतिदिन नए पाठ पढ़ाती है जिन्हे समझने के लिए जीना आवश्यक है।
– हेलेन केलर
महान कार्य करने का एकमात्र नियम यह है कि आप जो भी करते हैं उससे प्यार करें।
– स्टीव जॉब्स
मेरी माँ ने हमेशा कहा की, जीवन चॉकलेट के डिब्बे के समान है। आप कभी नहीं जानते कि आपको क्या मिलने वाला है।
– फॉरेस्ट गंप
अपने विचारों को देखो: वे शब्द बन जाते हैं। अपने शब्दों को देखो: वे कार्य बन जाते हैं। अपने कार्यों को देखो: वे आदत बन जाते हैं। अपनी आदतों को देखो: वे चरित्र बन जाती हैं। अपने चरित्र को देखो: यह तुम्हारा भाग्य बन जाता है।
– लाओ त्ज़े
जब हम अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं, तो हम यह कदापि नहीं जानते कि इससे हमारे जीवन में या दूसरे के जीवन में क्या चमत्कार होगा।
– हेलेन केलर
जीवन की सबसे स्वस्थ प्रतिक्रिया खुशी ही है।
– दीपक चोपड़ा
जीवन कभी सरल नहीं होता। बस काम करना है और कर्तव्यों को पूरा करना है।
– जॉन एफ कैनेडी
जीवन एक सिक्के की तरह होता है। आप इसे अपनी इच्छानुसार खर्च कर सकते हैं, परन्तु आप इसे केवल एक बार ही खर्च कर सकते हैं।
– लिलियन डिक्सन
