काला धागा | Kala Dhaga


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श्री दुर्गा सप्तशती जिसमें माँ दुर्गा की महिमा, शक्ति और महासागरी शक्ति का वर्णन किया गया है। यहाँ पढ़े:-
श्री दुर्गा सप्तशती पाठ (संपूर्ण भाग) 🐅

काला धागा

काला धागा

काला धागा बना सकता है आपको बहुत भाग्यवान, आइए जानते हैं काला धागा बांधने से जुड़ी मान्यताओं के बिषय में।

काला धागा बांधने की प्रथा आज की नहीं है, कई सालों से इसे हाथ, पैर, गले और बाजु में बांधा जाता रहा है। मूल रूप से इसे नजर से बचने के लिए बांधा जाता है.. आइए जानें इसके विषय में विस्तार से…

वास्तव में काला धागा बांधने के पीछे वैज्ञानिक कारण भी हैं। हमारा शरीर पंच तत्वों से मिलकर बना है। ये पंच तत्व हैं- पृथ्वी, वायु, अग्नि, जल और आकाश। इनसे मिलने वाली ऊर्जा हमारे शरीर का संचालन करती हैं। इनसे मिलने वाली ऊर्जा से ही हम सभी सुविधाओं को प्राप्त करते हैं। जब किसी इंसान की बुरी नजर हमें लगती है तब इन पंच तत्वों से मिलने वाली संबंधित सकारात्मक ऊर्जा हम तक नहीं पहुंच पाती है। इसीलिए गले में काला धागा बांधा जाता है। दरअसल कुछ लोग काले धागे में भगवान के लॉकेट भी धारण करते हैं इसे बेहद शुभ माना जाता है। 

बुरी नजर से बचने के लिए काले रंग की चीजों का इस्तमाल किया जाता है जैसे काला टीका, काला धागा। काला धागा पहनने या काला टीका लगाने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। काला रंग, नजर लगाने वाले की एकाग्रता को भंग कर देता है। इसके कारण नकारात्मक ऊर्जा संबंधित व्यक्ति को प्रभावित नहीं कर पाती।

काला धागा बांधने से पहले बरतें ये सावधानी, वरना हो सकता है आपको नुकसान।

आपने कई लोगों को काला धागा पहनें देखा होगा. मान्यता है कि काले धागा बांधने से बुरी नजर और शनि प्रदोष से बचने के लिए पहना जाता है. इस धागे को पैर, गले, बाजू या कलाई में बांधते हैं. ज्योतिष शास्त्र में इस धागे को बांधने के लाभ के बारे में बताया गया है. काला धागा बांधने से पहले कुछ बातों का खास ध्यान रखना होता है. इन बातों को नजरअंदाज करना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है. आइए जानते हैं काला धागा बांधने से जुड़ी मान्यताओं के बारे में।

कुंडली में शनिदोष से मुक्ति मिलती है।

ज्योतिष विद्या के मुताबिक शनि काले रंग का कारक होता है. इस दिन काले रंग के कपड़े पहनना शुभ होता है. इसी तरह काले रंग का धागा बांधने से कुंडली में शनि ग्रह की स्थिति मजबूत होती है. इससे शनिदोष से मुक्ति मिलती है. मान्यता है कि काला रंग बुरी नजर से बचाने का काम करता है. इसलिए लोग काले धागा बांधते हैं।

आर्थिक लाभ होता है।

मान्यता है कि मंगलवार के दिन काला धागा बांधने से आर्थिक लाभ मिलता है. इस दिन दाहिने पैर में काला धागा बांधने से व्यक्ति के जीवन में सुख- समृद्धि आती है।

सेहतमंद रहने के लिए बांधे काला धागा।

ज्योतिष विद्या के अनुसार, काला धागा बांधने से व्यक्ति की सेहत में सुधार आता है. खासकर जिन लोगों को पेट दर्द की समस्या रहती हैं उन्हें पैरे के अंगूठे में काला धागा बांधना चाहिए. इसके अलावा पैर में काला धागा बांधने से पैरों के दर्द से छुटकारा मिलता है. छोटे बच्चों को बुरी नजर से बचाने के लिए भी बांधा जाता है।

बुरी नजर से बचाता है।

लोग बुरी नजर से बचाने के लिए काले धागे में नींबू और मिर्ची लगा देते हैं. मान्यता है कि ऐसा करने से बुरी नजर नहीं लगती है. कई घरों और दुकानों के बाहर आपने देखा भी होगा।

काला धागा बांधते समय बरतें सावधानी।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर इसे सही तरीके से नहीं बांधा गया तो आपको नुकसान हो सकता है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक शनिवार के दिन काला धागा बांधना बहुत शुभ होता है. इस धागे को किसी ज्योतिष से अभिमंत्रित कराने के बाद ही धारण करें. इस धागे के साथ शरीर पर कोई और रंग का धागा नहीं होना चाहिए. जो व्यक्ति काले रंग का धागा धारण करता है उसे रुद्र गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए।

काला धागा ऐसे धारण करें।

काला धागा जब भी बांधे तो इसमें नौ गांठें लगाने के बाद ही पहनना चाहिए. काला धागा धारण करने से पहले शुभ मुहूर्त का पता जरूर कर लें. क्योंकि इसका लाभ तभी प्राप्त होता है जब इसे शुभ मुहूर्त में पहना जाए. काला धागा बांधने के बाद कोई अन्य रंग का धागा नहीं बांधना चाहिए. ऐसा शुभ नहीं माना गया है. काले रंग का धागा शनिवार के दिन धारण करना चाहिए।

इस मंत्र के साथ धारण करें काला धागा।

ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात्॥

यह शिव गायत्री मंत्र है. इस मंत्र को बहुत ही प्रभावी माना गया है. भगवान शिव सभी का कल्याण करते हैं. इस मंत्र से शिव प्रसन्न होते हैं और हर प्रकार की बाधाओं को दूर करते है. इसलिए धागा धारण करने से पहले इस मंत्र का जाप 108 बार करें।

ज्योतिषशास्त्र में काले धागे का महत्व।

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार काले धागे का संबंध शनि से है। इसके अलावा यह राहु और केतु के अशुभ प्रभाव को भी कम करने में सहायक होता है। राहु केतु को ज्योतिषशास्त्र में ऊपरी चक्कर और नजर लगने का कारण माना जाता है। अभिमंत्रित किया हुआ काला धागा या शनिवार को शनि देव की पूजा में इस्तेमाल काले धागे को कलाई में बांधने या गले में धारण करने से नजर दोष से बचाव होता है। काले धागे को धारण करने के बाद शनि देव का मंत्र कम से कम 21 बार पढ़ना चाहिए।

इस विधि से करें धारण।

काले धागे पर नौ गांठें बांधने के बाद ही धारण करना चाहिए। काले धागे को मंत्रोंच्चारण करने के साथ ही पहनना चाहिए। कोशिश करनी चाहिए काले धागे को किसी शुभ मुहूर्त जैसे अभिजीत या ब्रह्म मुहूर्त में पहनना चाहिए। अपने गोचर और दशा के आधार पर  मंत्र का जप करना चाहिए। बेहतर होगा कि किसी अच्छे ज्योतिषी से परामर्श करके इसको पहनना चाहिए।

दो रंगों का प्रयोग न करें।

काले धागे को 2, 4, 6 या आठ के घेरे में बांधना चाहिए। जिस हाथ में काला धागा बंधा हो उस हाथ में किसी और रंग जैसे-लाल या पीले रंग का धागा नहीं बंधा होना चाहिए।

इस दिन पहनना है शुभ।

काले धागे को शनिवार के दिन बांधना अच्छा माना जाता है। काला रंग शनि ग्रह का प्रतीक है, इसलिए काले धागे को कुंडली के अनुकूल ग्रहों की दशा या प्रतिकूल ग्रहों के दोष के निवारण के समय में ही करवाना चाहिए।

करें इस मंत्र का जाप।

काले धागे का महत्व बिना रूद्र गायत्री मंत्र के कुछ भी नहीं है, इसलिए काला धागा बांधने के बाद प्रतिदिन इसका पाठ करना चाहिए।

ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥

पाठ करने के लिए एक समय निर्धारित कर लेना चाहिए और रोज उसी समय पर पाठ करना चाहिए,  इससे काले धागे का प्रभाव बढ़ेगा।

बुरी शक्तियां होती हैं दूर।

काले धागे को नींबू के साथ आप घर के दरवाजे पर भी बांध सकते हैं इससे घर में बुरी शक्तियां प्रवेश नहीं करती हैं। ऐसा माना जाता है कि काले धागे को अगर पूरी श्रद्धा के साथ बांधा जाए तो जीवन में किसी तरह की परेशानियां नहीं आती हैं और रुके हुए काम भी पूर्ण हो जाते हैं।

बढ़ती है रोग प्रतिरोधक क्षमता।

शनिवार के दिन काले धागे को हनुमान जी के पैरों का सिंदूर लगाकर गले में धारण करने से मनुष्य रोगमुक्त हो जाता है। जिन बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है उनको काला धागा पहनाना बहुत फायदेमंद रहता है।

बुरी नजर से बचने के लिए आप शनिवार को काला धागा धारण करें, इसके पहनने से आपके आसपास नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाएंगी। काले धागे में 9 गांठें बांध दें और ऊं शनये नम: का जाप करें।

अखंड रामायण श्री भगवद् गीता

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